बुधवार, 10 दिसंबर 2014

 हिंदू धर्म में गुरुवार के दिन को गुरु की आराधना का दिन माना गया है। देव गुरु भगवान शिव जगतगुरु के रूप में भी पूजनीय हैं। गुरु बृहस्पति ने भी शिव कृपा से ही सुराचार्य यानी देवगुरु का पद प्राप्त किया। इसलिए गुरुवार के दिन को शिव पूजा गुरु दोष शांति करने वाली भी मानी गई है।

गुरु दोष से कमजोर बुद्धि, वैवाहिक बाधा या दाम्पत्य में कलह और संतान पीड़ा से गुजरना पड़ता है। कुण्डली में गुरु के कमजोर या बुरे ग्रह योग से बने दोष शिव पूजा से दूर हो जाते हैं, इससे कोई व्यक्ति असफलता या अनिष्ट का सामना नहीं करता।

इसी पूजा परंपरा में गुरुवार के लिए यहां बताया जा रहा शिव पूजा का आसान उपाय गुरु दोष शांति के लिए बहुत ही प्रभावी होगा। जानिए यह उपाय और शिव व गुरु पूजा की भाग्योदय करने वाली सरल विधियां-
 
 
- इस दिन शाम के समय स्नान कर शिवलिंग पर गंध, पुष्प, अक्षत, फूल अर्पित कर विशेष रूप से शक्कर मिले जल की धारा चढ़ाएं।

- शिव पर शक्कर मिले जल की धारा का फल, बुद्धि दोष दूर कर सभी गुरु दोषों का अंत करने वाला बताया गया है।

- इसके बाद शुद्ध जल से स्नान कराकर शिव को धतूरा, बिल्वपत्र, सफेद वस्त्र किसी भी सरल शिव मंत्र जैसे ‘ॐ नम: शिवाय’ या ‘नम: शिवाय’ के साथ अर्पित करें। गेहूं, चने की दाल के बने पकवानों का भोग शिव को लगाएं।

- शिव रुद्राष्टक, शिव पंचाक्षरी या फिर शिव मानस पूजा का स्मरण करें।

- घी के दीप व कर्पूर से शिव आरती कर गुरु दोष की हर भय बाधा दूर करने की प्रार्थना करें।

इसी तरह शिव के साथ देवगुरु की प्रसन्नता से धन व सौभाग्य की कामना पूरी करने के लिए अगली स्लाइड्स पर बताए उपाय भी न चूकें-

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